द फॉलोअप डेस्क
अडानी मामले में हंगामा के बाद लोकसभा की कार्यवाही कल 11 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी गयी है। इस मामले में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जानबूझकर सदन को चलने नहीं दे रही है। गांधी ने आगे कहा, "सदन नहीं चल रहा है, और सरकार जानबुझकर सदन को चला नहीं रही है या फिर वे सदन चलाने के काबिल नहीं हैं। हमारे प्रदर्शन 10:30 से 11 बजे तक होता है जैसे ही सदन शुरू होता है हम काम करने के लिए अंदर चले जाते हैं लेकिन काम हो नहीं रहा। हम जैसे ही बैठते हैं, ये कुछ शुरू कर देते हैं और फिर सदन चल ही नहीं पता।“
उन्होंने आगे कहा, मुझे लगता है कि यह इनकी रणनीति है। वे बहस नहीं करना चाहते, वे अडानी पर चर्चा करने से डरते हैं क्योंकि सारी बातें सामने आ जाएंगी। प्रधानमंत्री सदन में आते नहीं है। बता दें कि कांग्रेस ने अडानी औऱ मोदी के रिश्तों को लेकर सदन में चर्चा की मांग की है।
इधर, भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष संसद को चलने नहीं दे रहा है। मुझे लगता है कि वे लोकतंत्र को समझने में गलत हैं। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को मास्क पहनकर लोगों की रिकॉर्डिंग करते देखना आश्चर्यजनक था। विपक्ष के नेता का व्यवहार ऐसा नहीं होता। राहुल गांधी को नहीं पता कि विपक्ष के नेता की तरह कैसे व्यवहार करना चाहिए। आज हम देख सकते हैं कि समाजवादी पार्टी राहुल गांधी का सम्मान नहीं करती और कहती है कि वे उन्हें इंडिया गठबंधन का नेता नहीं मानते वे मल्लिकार्जुन खरगे को इंडिया गठबंधन का नेता मानते हैं।
उन्होंने आगे कहा, TMC ने राहुल गांधी के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन के स्ट्राइक रेट के बारे में बात की है। कुछ नेताओं ने ममता जी को इंडिया गठबंधन के नेता के रूप में पेश करने की बात की है। क्या राहुल गांधी अभी भी इंडिया गठबंधन पर कायम हैं या वे इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की क्षमता में नहीं हैं?